केंद्रीय बजट पर बिहार के विपक्षियों ने साधा निशाना…
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने आज देश का केंद्रीय बजट पेश किया, जिसमें आयकरदाताओं को टैक्स स्लैब में छूट दी गई। इसके साथ ही कई बड़ी घोषणाएं की गईं, जिसपर पटना स्थित बीआईए में केंद्रीय बजट पर चर्चा में शामिल उद्योगपतियों ने कहा कि इस बजट में बिहार के लिए कुछ नहीं था। इस बार चुनावी साल है, लेकिन बिहार को कुछ नहीं मिला।
आम बजट की जहां बिहार में सत्ता पक्ष ने तारीफ की और जनता के लिए अच्छा बजट बताया, वहीं विपक्ष ने बजट को बेकार बताते हुए कहा कि इसमें कोई नई बात नहीं थी। भाजपा नेता व केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने नए दशक के पहले बजट को मजबूत देश बनाने एवं विश्व में भारत को आर्थिक रूप से महाशक्ति बनाने वाला बजट बताया है।
वहीं विपक्ष को बजट रास नहीं आया। बिहार के पूर्व वित मंत्री और राजद के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीक़ी ने कहा कि किसानों से लेकर आम लोगों तक के लिए बजट में ऐसी कोई घोषणा नही हुई जिससे उन्हें फ़ायदा मिले। बिहार को विशेष राज्य का दर्जा से लेकर विशेष पैकेज की घोषणा नहीं हुई। ये बजट बिहार के साथ भेदभाव वाला बजट है।
कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने बजट को बेहद निराशाजनक बताया और कहा कि इस बजट से आम लोगों को कोई फ़ायदा नहीं मिलने वाला है। बजट पर बिहार की निगाहें टिकी हुई थीं, लेकिन बजट में ना तो बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिला और न ही विशेष पैकेज। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि नीतीश जी तो केंद्र के साथ भी हैं, फिर भी बिहार को कोई फ़ायदा नहीं मिला।
विपक्ष के बयान पर जदयू के प्रवक्ता राजीव रंजन ने भी इशारों में विशेष पैकेज नही मिलने की कसक जताते हुए कहा कि आम बजट संतुलित है। इसमें हर वर्ग को लाभ पहुंचाने की कोशिश की गई है, लेकिन बिहार को लेकर फ़िलहाल कोई बड़ी घोषणा नही दिखी है। बजट का पूरा आकलन करने के बाद ही देखना होगा कि बिहार को क्या मिला, लेकिन बिहार जैसे राज्य को विकास के लिए बड़ी राशि ज़रूरत तो है ही।